🌿 विटामिन B12 की कमी दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय
1. गिलोय (guduchi / tinospora cordifolia)
- रक्त शुद्ध करने और पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक।
- रोज़ सुबह गिलोय का काढ़ा या गिलोय घनवटी लिया जा सकता है।
2. आंवला (Amla / Indian Gooseberry)
- आंवला विटामिन C का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में आयरन व B12 के अवशोषण में मदद करता है।
- सुबह खाली पेट आंवले का रस या चूर्ण लेना लाभकारी है।
3. अश्वगंधा (Ashwagandha)
- रक्तवर्धक और ऊर्जा बढ़ाने वाला।
- नियमित सेवन से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बेहतर होता है।
4. स्प्राउट्स और अंकुरित अनाज (Sprouted Grains)
- अंकुरित चना, मूंग, गेहूँ, अलसी, तिल आदि में सूक्ष्म पोषक तत्व मिलते हैं।
- यह आयुर्वेद में प्राण-शक्ति और ओज बढ़ाने वाला आहार माना गया है।
5. गुड (Jaggery) और तिल
- खून की गुणवत्ता सुधारने और कमजोरी दूर करने में उपयोगी।
- दूध या लड्डू के रूप में तिल-गुड़ का सेवन बहुत लाभकारी है।
6. गोदुग्ध और गोघृत (Cow’s Milk & Ghee)
- आयुर्वेद में इसे सात्विक और ओजवर्धक कहा गया है।
- दूध व घी में मौजूद प्राकृतिक तत्व B12 की कमी दूर करने में सहायक होते हैं।
7. हर्बल संयोजन (Ayurvedic Formulations)
डॉक्टर की सलाह से इनका प्रयोग किया जा सकता है:
- लोहासव
- द्राक्षारिष्ट
- च्यवनप्राश
- सुपाच्य रक्तवर्धक योग
🍲 आहार संबंधी सुझाव
- दूध, दही, पनीर, छाछ (यदि सहन हो)
- मशरूम, सोया प्रोडक्ट्स
- नट्स और बीज (अलसी, सूरजमुखी, तिल, अखरोट)
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ
⚠️ सावधानियाँ
- विटामिन B12 की गंभीर कमी (जैसे हाथ-पैर में झुनझुनी, याददाश्त की समस्या, कमजोरी) होने पर केवल घरेलू/आयुर्वेदिक उपचार पर्याप्त नहीं हो सकते।
- डॉक्टर से ब्लड टेस्ट (Serum B12 Level) कराकर, ज़रूरत पड़ने पर B12 इंजेक्शन या सप्लीमेंट लेना ज़रूरी है।
- आयुर्वेदिक उपचार सहायक के रूप में बेहद कारगर हैं, परंतु आपातकालीन स्थिति में आधुनिक चिकित्सा आवश्यक है।

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